महासागरीय तल

                 महासागरीय तल
महासागरीय तल को चार प्रमुख भागों में बांटा जाता है-
महाद्वीपीय शेल्फ
महाद्वीपीय ढाल
गहरे समुद्र मैदान
महासागरीय गर्त
  इनके अतिरिक्त महासागरीय तली में बड़े तथा छोटे अनेक प्रकार के उच्चावच संबंधी लक्षण पाए जाते हैं। जैसे-
कटक
पहाड़ी
समुद्री टीला
निमग्न द्वीप
खाइया
प्रवाल द्वीप
महाद्वीपीय शेल्फ - यह प्रत्येक महाद्वीप का विस्तृत सीमांत होता है जो उथले समुद्रों तथा पहाड़ियों से घिरा होता है। यह महासागर का सबसे उथला भाग होता है जिसकी औसत प्रवणता 1 डिग्री या उससे भी कम होता है। महाद्वीपीय शेल्फ तीव्र ढाल पर समाप्त होता है जिसे शेल्फ अवकाश कहा जाता है। कुछ सीमांतों के साथ शेल्फ नहीं होते हैं अथवा अत्यंत संकीर्ण होते हैं, जैसे कि चिली के तट तथा सुमात्रा के पश्चिम तट पर। आर्कटिक महासागर में साइबेरियन शेल्फ विश्व का सबसे बड़ा और सबसे चौड़ा महासागरीय शेल्फ है।
महाद्वीपीय ढाल - यह महासागरीय बेसिनों और महाद्वीपीय शेल्फ को जोड़ती है। जहा महाद्वीपीय शेल्फ की तली तीव्र ढाल में परिवर्तित हो जाती है वहां से महाद्वीपीय ढाल की शुरुआत होती है। इसकी प्रवणता 2 डिग्री से 5 डिग्री के बीच होती हैं। ढाल का किनारा महाद्वीपों के समाप्ति की ओर इंगित करता है। इसी क्षेत्र में कैनियन एवं खाईया दिखाई देती है।
गहरे समुद्र मैदान - गहरे समुद्र मैदान महासागरीय बेसिनों के मंद ढाल वाले क्षेत्र होते हैं। यह विश्व का सबसे चिकने तथा सबसे सपाट भाग होता है। यह महीन अवसादों से ढका होता है।
महासागरीय गर्त - यह महासागरों के सबसे गहरे भाग होते हैं। यह महासागरीय तली की अपेक्षा 3 से 5 किलोमीटर तक गहरे होते हैं। गर्त अपेक्षाकृत खड़े किनारे वाले संकीर्ण बेसिन होते हैं।
मध्य-महासागरीय कटक - मध्य -महासागरीय कटक पर्वतों की दो श्रृंखलाओं से बना होता है जो एक विशाल और अवनमन द्वारा अलग किए गए होते हैं। समुद्र के अंदर इन पर्वत श्रृंखलाओं की ऊंचाई 2500 मीटर तक हो सकती है। इनमें से कुछ समुद्र की सतह तक भी पहुंच सकती है। इसका उदाहरण आइसलैंड है, जो मध्य अटलांटिक कटक का एक भाग है।
समुद्री टीला -यह नुकीले शिखरों वाला एक पर्वत होता है। जो ज्वालामुखी के द्वारा उत्पन्न होता है। ये टीले 3000 मीटर से 5000 मीटर तक ऊंचे हो सकते हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण एमपेरर समुद्री टीला है जो प्रशांत महासागर में हवाई द्वीप का विस्तार है।
निमग्न द्वीप - यह चपटे शिखर वाले समुद्री टीले होते हैं। अकेले प्रशांत महासागर में अनुमानत:  10,000 से अधिक समुद्री टीले एवं निमग्न द्वीप उपस्थित है।
सबसे सपाट जलमग्न कैनियन - यह एक गहरी घाटियों होती है जिनमें से कुछ की तुलना कोलोरेडो नदी की ग्रैंड कैनियन से की जा सकती है। कई बार ये बड़ी नदियों के मुहाने से आगे की ओर विस्तृत होकर महाद्वीपीय शेल्फ व ढालो  को आर पार काटते नजर आती है। हडसन कैनियन विश्व का सबसे अधिक जाना माना  कैनियन है।
प्रवाल द्वीप - यह उष्णकटिबंधीय महासागरों में पाए जाने वाले प्रवाल भित्तियों युक्त निम्न आकार के द्वीप हैं जो कि गहरे अवनमन के चारों ओर से घेरे हुए होते हैं।

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