Amazon Rainforest (अमेज़न वर्षावन)

     अमेज़न वर्षावन (Amazon Rainforest)
  दक्षिण अमेरिका में स्थित दुनिया का सबसे बड़ा वर्षावन है। इसे भूमध्य रेखा पर होने के कारण इसे उष्ण कटिबंधीय वर्षावन कहा जाता है। जो पूरे दक्षिण अमेरिका के 40% हिस्से पर सदियों से वर्चस्व कायम किए हुए है। यह दक्षिण अमेरिका के 9 देशों में फैला हुआ है: ब्राजील, बोलीविया, पेरू, एक्वाडोर, कोलंबिया, वेनेजुएला, गुयाना, सूरीनाम, फ्रेंच गुयाना (फ्रांस) । पूरी दुनिया के वर्षावनों का आधा से अधिक भाग अमेज़न वर्षावन में है। यह 55 लाख वर्ग किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है। पृथ्वी के पूरे जीवो का एक-तिहाई हिस्सा इस वन में पाया जाता है।
जैव विविधता
अमेज़न वर्षावन पूरी दुनिया में जैव विविधता के लिए जानी जाती है। शायद इतनी बड़ी एक ही स्थान पर जैव विविधता किसी स्थान पर नहीं मिलती है। यहां 16000 से अधिक वृक्षो की प्रजातियां पाई जाती है जिनकी संख्या लगभग 390 अरब है। यह 400 से अधिक आदिम जनजातियों का बसेरा है। यहां 40 लाख  से अधिक लोग रहते हैं। दुनिया के 10 प्रजातियों में से एक प्रजाति अमेज़न वर्षावन में पाया जाता है। यह 25 लाख कीट प्रजातियों का घर है। 2,000 से अधिक पक्षियों और स्तनधारियों की प्रजातियां पाई जाती है। मछलियों की 3000 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं। दुनिया का सबसे बड़ा सांप एनाकोंडा अमेजन के जंगलों में ही पाया जाता है।
नदियां
इसके बीचो-बीच अमेज़न नदी बहती है जो चौड़ाई और बहाव की दृष्टि से दुनिया की सबसे बड़ी नदी है। यह नील नदी के बाद दुनिया की सबसे लंबी नदी है। वर्षा के दिनों में कभी-कभी अमेज़न नदी नील नदी से भी लंबी हो जाती है और कहीं-कहीं इसकी चौड़ाई 190 किलोमीटर तक हो जाती है। अमेजन नदी इक्वाडोर, कोलंबिया, बोलीविया, पेरू, ब्राजील से होकर बहती है। यह पेरू के एंडीज पर्वतमाला से निकलकर अमेज़न वर्षावन के बीचो-बीच से होकर पूर्व की ओर बहती हुई अटलांटिक महासागर में मिल जाती है। इस नदी की कुल लंबाई 6992 किलोमीटर हैयहां नदियों की संख्या 1100 से भी ऊपर है जिसमें 17 नदियों की लंबाई 1000 मील से भी लंबी है। इसकी प्रमुख सहायक नदियां निम्न है:
मेडिरा, नीग्रो, कैसीकियायर नहर, कैक्टा नदी, ब्रैंको,  हुआल्गा, पुटुमायो (इसा नदी), जैवेरी, जुरुआ, झ़िंगू नदी, मेरानॉन, मोरोना, नानय, नेपो, पेस्टाज़ा, प्युरस,  टेम्पो, टेपाजोस, टाइग्रे, टोकेन्टाइन, ट्रोम्बाईटस,  उकायाली, यपुरा।
अमेज़न वर्षावन की आदिम जनजाति
अमेजन की जनजातियां मानव सभ्यता के विकास में इतनी पीछे छूट गई है कि अभी भी 20हजार साल पुरानी जनजातियों की तरह व्यवहार करती है। यहां लगभग 400 से अधिक आदिम जनजातियां पाई जाती है। यह जनजातियां अभी भी नग्न अवस्था में ही रहती है। ये सभी लोग अपने पैरों पर टैटू और शरीर पर रंग लपेटे हुए रहते हैं। इनके हाथों में तीर धनुष होते हैं। ये सभी शिकारी की तरह जीवन व्यतीत करते हैं। इन्हें बाहरी दुनिया से कोई मतलब नहीं होता है। कुछ जनजातियां तो ऐसी होती है कि इनके पास अगर कोई बाहरी दुनिया के आदमी चला जाए तो बच कर आना मुश्किल है। ये पूरा जीवन आदिमानव की तरह व्यतीत करते हैं। अगर आपको आदिमानव के जीवन का अनुभव लेना है तो अमेजन के वर्षावन में चले जाइए। शोध से पता चला है कि यह जनजातियां सभी दिन एक ही समूह में रहते हैं और लगभग 4 वर्षों के अंतराल पर अपना स्थान बदलते हैं जैसे कि भारत में घुमंतू जनजातियां अपना स्थान बदलते रहते हैं।
वनों की कटाई का प्रभाव
बिकास के  अंधाधुंध दौड़ में अमेज़न वर्षावन कि कटाई भी जोरो से हो रही है। जो यहां के पारिस्थितिक तंत्र को प्रभावित कर रही है। यहां की जीवो की प्रजातियां को संकट उत्पन्न हो गया है। जीवो को पलायन का सामना करना पड़ रहा है।

विशेषता
# दुनिया में सबसे अधिक पेड़- पौधे यही पर है इसलिए इसे धरती का फेफड़ा कहा जाता है।
#अगर पूरी दुनिया के जंगल जलवायु परिवर्तन के कारण खत्म भी हो जाए तो अमेज़न वर्षावन अपने अस्तित्व को बचाए हुए होगा और पूरी दुनिया को ऑक्सीजन देता रहेगा।
#इसकी जैव विविधता इसे अद्वितीय बनाती है।
#धरती की बहुत सारी प्रजातियां यहां पर एक ही जगह देखने को मिल जाती है।
#यह स्थल का सबसे बड़ा पारिस्थितिक तंत्र बनाती है।


         
||अमेज़न जंगल, अमेज़न नदी, अमेज़न नदी की चौड़ाई||

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